उज्जैन-ओंकारेश्वर यात्रा-9 : ओंकारेश्वर परिक्रमा पथ (Omakareshwar Parikarma Path)
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करते करते 12 बज चुके थे। दर्शन के पश्चात मंदिर से निकल कर उसी दुकान पर पहुंचे जहां से हमने प्रसाद लिया था और अपना बैग रखा था। दुकान वाले को प्रसाद के पैसे देकर अपना बैग वापस लिया और कुछ देर मंदिर के पास पसरे बाजार में यहां वहां घूमते रहे। दोपहर से ज्यादा का समय बीत चुका था और अब तक भूख भी सताने लगी थी तो हमने वहीं पटरी पर बिक रहे खाने की चीजों में से कुछ चीजें खरीद कर और वहीं किनारे बैठ कर खा लिया और तत्पश्चात ये सोचने लगे कि अब यहां से कहां जाया क्योंकि मंदिर में देवता के दर्शन तो हो गए और यहां कुछ दिख नहीं रहा जहां जाया जा सके, तभी अचानक ध्यान आया कि नदी के उस पार टेम्पो से उतरते ही एक बहुत ही बड़ी शिव प्रतिमा दिख रही थी वो तो हमने देखा ही नहीं। फिर वहीं पास ही एक दुकान वाले से पूछा कि भाई ये बताएं कि नदी के उस तरफ से एक बहत ही बड़ी शिव की प्रतिमा दिखाई देती है वो कहां पर है मुझे उसे देखना है। दुकान वाले ने बताया कि वो प्रतिमा परिक्रमापथ पर स्थित है जो कि यहां से करीब 4 किलोमीटर है। मैंने उनसे रास्ता पूछा तो उन्हांेने कुछ लोगों की इशारा करके बताया कि वो सब लोग जिधर जा रहे हैं वो ही परिक्रमा पथ और सब उधर ही जा रहे हैं। फिर हमने उनसे कुछ और जानकारियां ली कि कुल दूरी कितनी है परिक्रमा पथ की और समय कितना लग जाएगा तो उन्होंने जवाब दिया कि कुल दूरी 7 से 8 किलोमीटर के करीब है और समय अपने-अपने चलने की क्षमता पर निर्भर करता है लेकिन फिर भी लोग 3 से 4 घंटे में आ ही जाते हैं। मैंने घड़ी देखा तो एक बजने में कुछ समय बाकी था मतलब कि हम अभी चलें तो चार बजे तक वापस आ सकते हैं।