शम्भू जी की रेल यात्रा (Train Journey of Shambhu Jee)
रात के आठ बज चुके थे और शम्भू दयाल अपनी पत्नी गौरी दयाल, मित्र विक्की दयाल और उनकी पत्नी विनिता दयाल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचकर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। अभी गाड़ी आने में करीब डेढ़ घंटे का ज्यादा का समय बाकी था। इस डेढ़ घंटे के समय को शम्भू दयाल जी ने यहां तक आने के बस के सफर की दास्तान छेड़ दी जो कुछ खुशी और कुछ गम लिए हुई थी। हुआ ये था कि शम्भू बाबू घर से इतना समय लेकर चले थे कि शाम से पहले ही उनको स्टेशन पहुंच जाना चाहिए था पर कुछ बस वालों की चालाकी और कुछ यातायात की दुश्वारियों के कारण वो अपने द्वारा तय किए गए समय से करीब 3 घंटे की देर से यहां तक पहुंचे थे।