नालन्दा (Nalanda)
कुछ बातें नालंदा के गौरवशाली इतिहास के बारे में

बुद्ध और महावीर कई बार नालन्दा मे ठहरे थे। माना जाता है कि महावीर ने मोक्ष की प्राप्ति पावापुरी में की थी, जो नालन्दा मे स्थित है। बुद्ध के प्रमुख छात्रों मे से एक, सारिपुत्र का जन्म नालन्दा मे हुआ था।
नालंदा पूर्व में अस्थामा और सरमेरा, पश्चिम में तेल्हारा, दक्षिण में गिरियक तथा उत्तर में हरनौत तक फैला है।